नमस्ते ब्लॉग मेंबर्स! ये मेरा पहला ब्लॉग है रूबरू पे|
रूबरू इसलिए क्यूंकि हम अब से हर ब्लॉग में किसी ना किसी एक चीज से रूबरू होंगे, जो मुझे पता है मैं लिख दूंगी और जो आपको पता है आप कमेंट सक्शन में बता दीजियेगा |
तोह चलिए आज रूबरू होते हैँ अपराजिता से-क्या है ये अपराजिता -सिर्फ एक नाम! जी नहीं कभी आप जंगल की सैर पे गए हैँ | अगर गए है तो आप लोगो ने एक नीला फूल ज़रूर देखा होगा और बोला होगा की देखो कितना सुन्दर है वो!😍 पर जैसे ही उसके पास गए होगे, पता चला उसमे तो खुशबू ही नहीं है | फिर उसे छोड़ दिया होगा |
वही पुष्प है अपराजिता. अपराजिता के कई नाम है जैसे गोकर्णी, विष्णुकांता|
ये फूल कुछ ऐसा दिखता है 👇
याद आया? ये वही जंगली फूल है |
इसका नाम गोकर्णी क्यों पड़ा पता है? क्यूंकि ये गाय के कान के जैसा दिखता है कुछ कुछ|
इसे अंग्रेजी में बटरफ्लाई पी,पिजन विंग्स और ब्लूबेल्ल वाइंस भी कहा जाता है |
इसका साइंटींफक नाम है : Clitoria Terntea L.
कन्नड़ में इसे शंखपुष्पबल्ली, तमिल में तरुगन्नी, तेलुगु में दिंतना कहा जाता है |
ये भारतीय उपमाहाद्वीप, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, मलेशिया और थाईलैंड में पाया जाता है |
अपराजिता लता वाला पौधा है और झाडीदार वृक्ष है|इसके आकर्षक फूलों के कारण इसे सजावट के तौर पे भी लगाया जाता है |ये विशेषकर वर्षा ऋतु में आते है |इसके फूल सफ़ेद, नीले /बैंगनी रंग के होते हैं |असाध्य रोगों पर विजय पाने की इसकी क्षमता के चलते ही इसका नाम अपराजिता पड़ा |
इसमें पोषक तत्त्व जैसे : आयरन, पोतास्सियम, मागनेसीम और सोडियम पाए जाते हैं |
अब जानते हैँ इसके गुणों के बारे में :
1. ये माइग्रेन या सरदर्द में बहुत फायदा देता हैं|इसकी फली बीज और जड़ को बराबर भाग में लेकर जल के साथ पीस ले और माथे पे लगावे तुरंत आराम मिलेगा |
2. आँखों की समस्या के लिए कारगर |
3. कान के दर्द में आराम देता है अपराजिता के पत्तों के रस को कान में डालने से फायदा होता है |
4. खांसी ठीक करता है : अपराजिता की जड़ का शरबत तैयार कर ले और उसे थोड़ा थोड़ा पीने से खांसी और सांस के रोग में आराम मिलता है|
5.पीलिया में भी लाभकारी है |
नीले फूलों की चाय :
थकान मिट जाती है और आप स्वस्थ महसूस करते हैं |थोड़ा पानी गरम कीजिये उसमे एक चम्मच चीनी डालिये और एक नीला फूल और चाय बना लीजिये | यकीन मानिये ग्रीन टी से ज़्यादा अच्छी लगेगी |
इसे खाने में फ़ूड कलर के रूप में भी काम में ले सकते हैँ जैसे रंगबिरंगे चावल और फूलों का पाउडर बनाके रख सकते हैं और किसीभी चीज में डाल सकते हैं |
नीला शरबत भी बना सकते हैँ और अगर लाल रंग चाहिए तोह इसमें नीम्बू का रस डालके ये लाल हो जायेगा |(केमिकल फैक्ट 🙄😄)
ये बालों और त्वचा के लिए भी उपयोगी हैं क्यूंकि इसमें अंतिक्सीडेंट्स, फ्लैविनोड्स पाए जाते हैं |
जैसे की त्वचा का लाल होना, या झुर्रियाँ में फायदेमंद हैं| इसके फूलों को पीसके, अलोएवेरा जेल में मिलाके लगाने से चेहरे पे ग्लो आता है |इसमें विटामिन A, C तथा E पाए जाते है |
इतने गुणों के साथ अपराजिता का पेड़ उगाने में भी आसान है | अगर आपके पास बड़ा गार्डन है तोह इसे अपने लॉन में लगा दे बहुत सुन्दर लगेगा |
आखिर में कुछ पंक्तियाँ अपराजिता के नाम :
मेरी अपराजिता की बेल :
मेरी अपराजिता की बेल, शैने शैने वह बढ़ती है |
आँखों में काजल की एक धार शिवजी के सर पर जैसे वो चन्द्रमा कामदेव की नेत्रों जैसे मेरी वो अपराजिता की बेल ||
मैंने अपराजिता पे कविता ढूंढ़ने की बहुत कोशिश की पर मुझे ज़्यादा नहीं दिखी अगर आप लोगो को कही दिखे तो प्लीज कमेंट करके बताएगा लिंक शेयर कीजियेगा |
आज के लिए इतना ही | उम्मीद करती हु आपको मेरा ये ब्लॉग अच्छा लगा होगा तो चलिए मिलते है अगले ब्लॉग में |
धन्यवाद 🙏
👍
ReplyDelete